भारत की पहली जीन-संपादित भेड़ : कश्मीर मेरिनो
- 09 Jun 2025
8 जून 2025 को, श्रीनगर स्थित शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (SKUAST) की एम्ब्रियो बायोटेक्नोलॉजी लैब में भारत की पहली जीन-संपादित भेड़ (कश्मीर मेरिनो) को छह महीने के सफल पालन के बाद सार्वजनिक रूप से घोषित किया गया।
मुख्य तथ्य:
- जन्म और अनुसंधान: शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (SKUAST) के प्रोफेसर रियाज अहमद शाह और उनकी टीम द्वारा छह महीने पहले जीन-संपादित कश्मीर मेरिनो भेड़ का जन्म कराया गया।
- जीन संपादन का उद्देश्य: टीम ने भेड़ के मायोस्टेटिन जीन को संपादित किया, जो मांसपेशी वृद्धि का नकारात्मक नियंत्रक है; इस जीन को निष्क्रिय करने से भेड़ की मांसपेशी द्रव्यमान में 30% तक वृद्धि संभव हुई।
- घोषणा में देरी: वैज्ञानिक अनिश्चितताओं के कारण टीम ने छह माह तक भेड़ के स्वास्थ्य और जीन अनुक्रमण के सत्यापन के बाद ही इसकी घोषणा की।
- प्रौद्योगिकी का महत्व: यह भारत में पशुधन जीन-संपादन अनुसंधान का पहला सफल उदाहरण है, जिसका उद्देश्य मांस उत्पादन, रोग प्रतिरोध और जलवायु अनुकूलता बढ़ाना है।
- वैज्ञानिक पुष्टि: जीन संपादन की पुष्टि जीन अनुक्रमण और मानकीकृत परीक्षणों द्वारा की गई।
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