भारत में आर्थिक समानता में सुधार: विश्व बैंक रिपोर्ट
- 07 Jul 2025
5 जुलाई 2025, विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार 2011-12 और 2022-23 के बीच भारत में असमानता में उल्लेखनीय कमी आई है, जिससे भारत वैश्विक स्तर पर चौथा सबसे अधिक समानता वाला देश बन गया है।
मुख्य तथ्य:
- गिनी इंडेक्स और वैश्विक रैंकिंग: भारत का गिनी सूचकांक 25.5 है, जो इसे स्लोवाक गणराज्य, स्लोवेनिया और बेलारूस के बाद दुनिया का चौथा सबसे अधिक समानता वाला देश बनाता है; चीन (35.7), अमेरिका (41.8) और ब्रिटेन की तुलना में भारत की स्थिति बेहतर है।
- अत्यधिक गरीबी में गिरावट: 2011-12 में भारत में अत्यधिक गरीबी 16.2% थी, जो 2022-23 में घटकर 2.3% रह गई; पिछले दशक में 17.10 करोड़ भारतीयों को अत्यधिक गरीबी से बाहर निकाला गया।
- असमानता में कमी के कारण: सरकार ने असमानता में कमी का श्रेय पिछले एक दशक में लागू की गई विभिन्न योजनाओं को दिया, जिनका उद्देश्य वित्तीय पहुंच, कल्याणकारी योजनाओं का लाभ और कमजोर तबकों का समर्थन रहा है।
- गिनी इंडेक्स का महत्व: गिनी इंडेक्स 0 से 100 के पैमाने पर आय और संपत्ति के वितरण की समानता को मापता है; शून्य स्कोर पूर्ण समानता और 100 पूर्ण असमानता को दर्शाता है।
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