IPPB की आधार-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन सुविधा लॉन्च
- 02 Aug 2025
1 अगस्त, 2025 को इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) ने देशभर में आधार-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन सुविधा की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य विशेष रूप से बुजुर्गों, दिव्यांगों और उन ग्राहकों को सक्षम बनाना है जिनकी उंगलियों के निशान घिस चुके हैं या जिन्हें ओटीपी की समस्या होती है।
मुख्य तथ्य:
- नवाचार की आवश्यकता: इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक द्वारा लॉन्च किया गया फेस ऑथेंटिकेशन फीचर, आधार के UIDAI फ्रेमवर्क के तहत विकसित किया गया है, जिससे ग्राहक अब चेहरे की पहचान के माध्यम से बिना फिंगरप्रिंट या OTP के सभी बैंकिंग लेन-देन कर सकते हैं।
- समावेशिता एवं सुरक्षा: यह पहल बुजुर्ग, शारीरिक रूप से अक्षम और कमजोर फिंगरप्रिंट वाले उपभोक्ताओं को विशेष फायदा देती है; लेन-देन पूरी तरह कोंटेक्टलेसऔर सुरक्षित है, जिससे स्वास्थ्य आपातकाल (जैसे महामारी) के दौरान भी बैंकिंग संभव है।
- बैंकिंग सेवाएं और कार्यक्षमता: इसके प्रमुख फीचर के तहत ग्राहक खाता खोलना, बैलेंस जांचना, भुगतान, फंड ट्रांसफर, यूटिलिटी बिल पेमेंट आदि सभी सेवाओं का लाभ ले सकेंगे।
- डिजिटल इंडिया की दिशा में: यह सुविधा डिजिटल इंडिया और वित्तीय समावेशन मिशन (Financial Inclusion) के तहत तकनीक को जनता तक पहुंचाने का एक ऐतिहासिक कदम है।
- संचालन और पहुंच: इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक डाक विभाग के अधीन 100% सरकारी स्वामित्व वाला बैंक है, जिसका नेटवर्क 1.65 लाख से अधिक डाकघरों और 3 लाख डाककर्मियों के माध्यम से देश के 5.57 लाख गांवों व नगरों तक फैला है; यह 11 करोड़ से अधिक ग्राहकों को 13 भाषाओं में सेवा दे रहा है।
- फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक: फेस ऑथेंटिकेशन आधार की डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट और डोरस्टेप बैंकिंग जैसी योजनाओं का विस्तार है, जिसके अंतर्गत UIDAI के डेटाबेस में पंजीकृत चेहरे का लाइवलनेस मिलान करके त्वरित और सुरक्षित पहचान संभव होती है।
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