ब्लूबर्ड उपग्रह

  • 02 Aug 2025

1 अगस्त, 2025 को इसरो अध्यक्ष वी. नारायणन ने जानकारी दी कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा अमेरिका की एएसटी स्पेसमोबाइल कंपनी के ब्लूबर्ड संचार उपग्रह (ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 ) का प्रक्षेपण आगामी तीन-चार महीनों में एलवीएम-3 (पूर्व नाम- जीएसएलवी Mk III) रॉकेट द्वारा श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से किया जाएगा।

मुख्य तथ्य:

  • ब्लूबर्ड सैटेलाइट – एएसटी स्पेसमोबाइल, USA द्वारा विकसित 6,000-6,500 किलोग्राम वजनी ब्लूबर्ड Block 2 उपग्रह, 2,400 वर्ग फीट एंटीना क्षमता के साथ, लो-अर्थ ऑर्बिट में भेजा जाएगा; इसका उद्देश्य सीधे मोबाइल फोन पर उपग्रह आधारित तेज गति की इंटरनेट एवं संचार सेवा प्रदान करना है।
  • लॉन्च व्हिकल – यह मिशन ISRO के LVM-3 (GSLV Mk III) से किया जाएगा, जो भारत की सबसे भारी उपग्रह प्रक्षेपण क्षमता वाली रॉकेट है।
  • तकनीकी उपलब्धि LVM-3 से भारी अमेरिकी उपग्रहों का प्रक्षेपण भारत के स्पेस टेक्नोलॉजी में वैश्विक विश्वास का प्रतीक है; ISRO ने अब तक 300+ विदेशी उपग्रह लॉन्च किए हैं, पर इतने वजनी सैटेलाइट का यह पहला मौका है।
  • भविष्य की योजना – तीन अनक्रूड मिशन के परिणामों के बाद 2027 की पहली तिमाही में गगनयान मानव अंतरिक्ष मिशन संभव है; उपग्रहों के प्रदर्शन की समीक्षा के बाद अगली तारीख तय की जाएगी।
  • क्रन्तिकारी मोबाइल नेटवर्क : ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 संचार उपग्रह अत्याधुनिक उपग्रहों में गिना जाता है, जिसे लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) में तैनात कर वैश्विक स्तर पर मोबाइल नेटवर्क की सीमाएँ समाप्त करने का लक्ष्य है—इसका विशाल एंटीना सीधे स्मार्टफोन तक बिना किसी ग्राउंड टर्मिनल के इंटरनेट और कॉल सुविधाएं पहुंचाएगा।