यूक्रेन युद्धोत्तर सुरक्षा गारंटी: 26 देशों की सहमति
- 05 Sep 2025
4 सितम्बर, 2025 को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पेरिस में “इच्छुक देशों का समूह” (“coalition of the willing”) की बैठक के बाद घोषणा की कि 26 देशों ने यूक्रेन को युद्धविराम या शांति समझौते के बाद सुरक्षा गारंटी देने पर सहमति जताई है।
मुख्य तथ्य:
- गठबंधन एवं घोषणा: 35 देशों के गठबंधन में 26 देशों ने युद्धविराम या शांति समझौता होने पर यूक्रेन में सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु देश की भूमि, समुद्र और वायु में अंतरराष्ट्रीय बल/प्रस्तुति का वादा किया।
- सुरक्षा का उद्देश्य: यह सुरक्षा आश्वासन रूसी हमलों से बचाव, सैन्य प्रशिक्षण, हथियार आपूर्ति, निगरानी, और भविष्य में आक्रामकता रोकने के लिए हैं—सीधे युद्ध छेड़ने के लिए नहीं।
- अमेरिकी सहभागिता: मैक्रों ने बताया कि अमेरिका की भूमिका “आने वाले दिनों” में स्पष्ट होगी; अभी तक राष्ट्रपति ट्रंप ने सैनिक भेजने की कोई स्पष्ट प्रतिबद्धता नहीं दी, केवल आर्थिक दबाव, खुफिया और हवाई सहायता पर संकेत हैं।
- यूरोपीय स्थिति: फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी और कई यूरोपीय देश प्रमुख हैं; इटली जैसे देशों ने सैनिक न भेजने की इच्छा जताई, लेकिन प्रशिक्षण और निगरानी में भागीदारी करेंगे।
- रूस और भू-राजनीति: रूस ने किसी भी विदेशी सैन्य उपस्थिति का विरोध किया है; गठबंधन ने साफ किया कि उनके प्रयास नई आक्रामकता रोकने और स्थायी शांति के लिए हैं—संयुक्त बयान में कहा गया कि “शक्ति संतुलन के लिए अमेरिका की भूमिका” अहम है।
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