केरल : मातृ मृत्यु दर (MMR) में तेज वृद्धि
- 09 Sep 2025
8 सितंबर, 2025 को जारी SRS (सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम) स्पेशल बुलेटिन (2021-23) के अनुसार, केरल की मातृ मृत्यु दर (MMR) प्रति एक लाख जीवित बच्चों पर 18 से बढ़कर 30 पर पहुंच गई है—हालांकि यह वृद्धि मुख्य रूप से 2021 में कोविड-19 से हुई 97 मातृ मौतों के कारण मानी जा रही है।
मुख्य तथ्य:
- MMR बढ़ने का कारण: कोविड महामारी के अलावा, राज्य में जीवित बच्चों की संख्या में लगातार कमी (2023 में लगभग 3।93 लाख, अनुमानित 2024-25 में 3।54 लाख) से डेनॉमिनेटर घटा, जबकि मातृ मौतें करीब स्थिर बनी रहीं।
- राज्य का स्थान: वृद्धि के बावजूद केरल और आंध्र प्रदेश देश में सबसे कम MMR वाले राज्य हैं—आर्थिक-सांख्यिकी विभाग के अनुसार, केरल में हर साल 120-140 मातृ मौतें रिपोर्ट होती हैं।
- गहराई से विश्लेषण: केरल के स्वास्थ्य विभाग व SRS बुलेटिन के आंकड़ों में अंतर रहता है—असली तस्वीर जिला लाइन-लिस्ट डेटा देता है, जिसमें प्रत्येक मौत दर्ज होती है।
- 2021-22 स्पाइक: 2021-22 में कोविड के चलते MMR 32 से 51 पहुंचा (कुल 220 मौतें, जिसमें 97 कोविड से) जबकि 2023-24 में यह 32 रहा और अप्रैल-अगस्त 2024 में 44 नई मौतें दर्ज की गईं।
- आंतरिक बदलाव: अधिकांश मौतें ग्रामीण क्षेत्रों (42/44), 25-35 आयु वर्ग, और ज्यादातर पोस्ट-डिलिवरी (57%) में हुईं; सीज़ेरियन के बाद मौतें अधिक रहीं।
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