भारत-ईयू रणनीतिक साझेदारी के नए चरण की घोषणा

  • 18 Sep 2025

17 सितंबर, 2025 को यूरोपीय संघ (EU) की शीर्ष राजनयिक कायजा कैलास ने ब्रुसेल्स में भारत-ईयू ‘नई रणनीतिक एजेंडा’ जारी किया, जिसमें व्यापार, तकनीक, सुरक्षा, रक्षा और जलवायु सहित पांच प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग गहरा करने की योजना है।

  • दोनों पक्ष वर्ष के अंत तक FTA (मुक्त व्यापार समझौता) पूरा करना चाहते हैं, लेकिन यूरोप को भारत की रूस के साथ सैन्य अभ्यास व तेल खरीद पर चिंता है।

मुख्य तथ्य:

  • नई रणनीतिक एजेंडा: 5 स्तंभ—सुरक्षा व रक्षा (सेना, समुद्री सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, आतंकवाद); समृद्धि व सततता (एफटीए, निवेश, सप्लाई चेन, हरित/डिजिटल साझेदारी); तकनीक व नवाचार (AI, सेमीकंडक्टर, स्पेस, डिजिटल ट्रांजिशन); कनेक्टिविटी व वैश्विक मुद्दे (IMEC, गेटवे, WTO सुधार, जलवायु लक्ष्यों); बहुपक्षीय सहयोग (UNO, G20, मानवाधिकार) ।
  • व्यापार: यूरोपीय संघ पहले ही भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है; FTA को 2025 के अंत तक अंतिम रूप देने पर जोर; दोनों पक्षों ने ट्रांजिट, टैक्स, तकनीक-साझाकरण, इंडस्ट्रियल सहयोग, बिज़नेस फोरम आदि पर सहमति की पुष्टि की।
  • रूस-भारत रक्षा संबंध: ईयू ने यूरोप-भारत साझेदारी में भारत-रूस सैन्य अभ्यास (जैसे 'जापाद-2025') व तेल आयात को बाधा बताया; कैलास ने कहा– ये द्विपक्षीय संबंधों के लिए “जोखिम” हैं; ईयू रूस के खिलाफ सख्त नीति रखता है।
  • रणनीतिक लाभ: ईयू-भारत सहयोग को वैश्विक जियोपॉलिटिकल अस्थिरता, सप्लाई चेन विविधता, टेक्नोलॉजी, जलवायु, सुरक्षा व वैश्विक शासन सुधार के लिहाज से निर्णायक बताया गया।
  • नागरिक-श्रम, शिक्षा व युवा: कौशल, शिक्षा, युवाओं, थिंक टैंक व सिविल सोसाइटी के लिए व्यापक रूपरेखा; वर्क व स्टडी वीज़ा सहयोग, EU-India बिज़नेस फोरम, EU डिजिटल लेबर परियोजना आदि पहल प्रस्तावित।