कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को की विश्व नेटवर्क में शामिल
- 03 Oct 2025
हाल ही में यूनेस्को के मैन एंड द बायोस्फीयर (MAB) कार्यक्रम के 37वें सत्र में हिमाचल प्रदेश के स्पीति घाटी में स्थित कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व को विश्व नेटवर्क ऑफ बायोस्फीयर रिजर्व्स (WNBR) में शामिल किया गया।
मुख्य तथ्य:
- स्थान व आकार: यह भारत का पहला उच्च ऊंचाई वाला ठंडा रेगिस्तान बायोस्फीयर रिजर्व है, जो लाहौल-स्पीति जिले में 7,770 वर्ग किमी में फैला है। इसे 2009 में भारत का 16वां बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया गया था।
- ऊंचाई: यह 3,300 से 6,600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और विश्व के सबसे ठंडे व सूखे पारिस्थितिक तंत्रों में से एक है।
- क्षेत्र विभाजन: कोर क्षेत्र (2,665 वर्ग किमी), बफर क्षेत्र (3,977 वर्ग किमी) और ट्रांजिशन क्षेत्र (1,128 वर्ग किमी) में विभाजित है।
- संरक्षित क्षेत्र: पिन वैली नेशनल पार्क, किब्बर वन्यजीव अभयारण्य, चंद्रताल आर्द्रभूमि और सारचू मैदान इसके अंतर्गत आते हैं।
- जैव विविधता: यह तेंदुए, हिमालयी भेड़िया, तिब्बती एंटीलोप, हिमालयी भूरा भालू, बर्डेड वल्चर जैसी दुर्लभ प्रजातियों का आवास है। 732 संवहनी पौधे, जिनमें 30 स्थानिक प्रजातियां भी शामिल हैं।
- सांस्कृतिक महत्व: क्षेत्र में बौद्ध संस्कृति प्रबल है, जिसमें गुम्पा, चोर्टेन और मणि दीवारें प्रमुख हैं।
- वैश्विक स्थिति: भारत के यूनेस्को के तहत अब कुल 13 बायोस्फीयर रिजर्व हैं।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे