नीति आयोग ने एआई आधारित रोजगार सृजन रोडमैप जारी किया
- 11 Oct 2025
10 अक्टूबर, 2025 को NITI आयोग ने 'एआई इकोनॉमी में जॉब क्रिएशन के लिए रोडमैप' रिपोर्ट जारी की, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से तकनीकी उद्योग में चुनौतियों के साथ 5 वर्षों में 40 लाख नई नौकरियाँ सृजित करने की संभावना रेखांकित की गई है।
मुख्य तथ्य
- AI के अवसर और जोखिम: रिपोर्ट के अनुसार, बिना तैयारी के 2031 तक भारतीय टेक सर्विस सेक्टर में करीब 20 लाख नौकरियाँ AI-स्वचालन के कारण खत्म हो सकती हैं, लेकिन त्वरित व समन्वित प्रयास से 40 लाख नई AI-प्राथमिक नौकरियाँ उत्पन्न की जा सकती हैं।
- नई नौकरियाँ: Ethical AI Specialist, AI Trainer, Sentiment Analyst, AI DevOps Engineer जैसे उच्च-मूल्य AI-आधारित भूमिकाएँ, जिनमें भारत ग्लोबल टैलेंट सुपरपावर बन सकता है।
- शिक्षा प्रणाली में AI लिटरेसी को मूलभूत कौशल बनाना—स्कूल, कॉलेज से ही AI समझ विकसित हो
- देशव्यापी री-स्किलिंग इंजन—मौजूदा कर्मचारियों को AI-अनुकूल भूमिकाओं के लिए तैयार करना।
- भारत को वैश्विक AI टैलेंट हब बनाना—स्थानिक प्रतिभा को रोकना, विदेशी एक्सपर्ट्स को लाना, AI स्किलिंग का प्रमुख गंतव्य बनना।
- राष्ट्रीय AI टैलेंट मिशन: रिपोर्ट ने AI टैलेंट मिशन शुरू करने की संस्तुति की, जो सरकार, उद्योग और अकादमिक संस्थानों के त्रिसूत्री सहयोग से संचालित हो और भारत को AI वर्कफोर्स कैपिटल बनाए।
- इकोसिस्टम: कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, ओपन डेटा, इंडस्ट्री-अकादमिक पार्टनरशिप, इनोवेशन सपोर्ट पर जोर।
- रिपोर्ट का निष्कर्ष: उचित निर्णय और निवेश से भारत न केवल AI युग की नौकरियाँ बचा सकता है, बल्कि 2035 तक वैश्विक AI प्रतिभा व नवाचार में अग्रणी बन सकता है।
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