भारत-मंगोलिया : 10 प्रमुख समझौते और सहयोग का विस्तार
- 15 Oct 2025
14 अक्टूबर, 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मंगोलिया के राष्ट्रपति खुरेलसुख उखनाआ ने नई दिल्ली में आयोजित बैठक के दौरान दोनों देशों के संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के 10वें वर्ष में नए मुकाम पर पहुँचाया और 10 महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
मुख्य तथ्य:
- रणनीतिक उद्देश्य: दोनों देशों ने अपने संबंधों को अगले दशक के साझा विज़न के साथ "रणनीतिक साझेदारी" के स्तर पर विस्तारित किया। भारत-मंगोलिया संबंध अब कूटनीतिक से आगे बढ़कर सांस्कृतिक और आध्यात्मिक गहराई पर आधारित बहुआयामी भागीदारी हो गए हैं।
- ऊर्जा एवं इंफ्रास्ट्रक्चर:भारत ने $1.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट से मंगोलिया के पहले प्रमुख ऑयल रिफ़ाइनरी प्रोजेक्ट का वित्तपोषण करने का फैसला किया। परियोजना के 2028 तक चालू होने की उम्मीद है, जिससे मंगोलिया की ऊर्जा सुरक्षा सशक्त होगी।
- सुरक्षा एवं रक्षा सहयोग: मंगोलियाई सशस्त्र बलों को प्रशिक्षण, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्सेज के लिए क्षमता निर्माण, और भारत के उलानबातर दूतावास में रक्षा अताशी नियुक्ति की घोषणा की गई। दोनों ने रक्षा और सीमा सुरक्षा में सहयोग गहरा करने के लिए नयी पहल शुरू की।
- डिजिटल एवं शैक्षिक साझेदारी:डिजिटल सहयोग एमओयू, 1 मिलियन मंगोलियाई प्राचीन पांडुलिपियों का डिजिटलीकरण, तथा मंगोलिया के गांदान मठ में संस्कृत शिक्षक की नियुक्ति एवं नालंदा विश्वविद्यालय और गांदान मठ के बीच संबंध स्थापना। आयुष/योग और प्राचीन विरासत संरक्षण पर भी समझौते।
- सांस्कृतिक, पर्यटन एवं मानव संसाधन:मंगोलियाई नागरिकों को भारत की ओर से निशुल्क ई-वीज़ा सुविधा; लद्दाख के स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद-लेह और अर्कांगई (मंगोलिया) की प्रांतीय सरकार के बीच सहयोग; युवा सांस्कृतिक दूतों के लिए आदान-प्रदान कार्यक्रम।
- वैश्विक सहयोग: मंगोलिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के स्थायी सदस्यता अभियान और अन्य बहुपक्षीय पहल में स्पष्ट समर्थन दोहराया। मंगोलिया International Big Cat Alliance में शामिल हुआ।
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