गगनयान के मुख्य पैराशूट का महत्वपूर्ण परीक्षण सफलतापूर्वक संपन्न

  • 12 Nov 2025

11 नवंबर, 2025 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने गगनयान अंतरिक्षयात्रा मिशन के क्रू मॉड्यूल हेतु मुक्य पैराशूट (Main Parachute) के क्वालीफिकेशन के लिए एकीकृत एयरड्रॉप टेस्ट (IMAT) बाबीना फील्ड फायरिंग रेंज, झांसी (उत्तर प्रदेश) में किया।

मुख्य तथ्य:

  • पैराशूट प्रणाली: गगनयान क्रू मॉड्यूल के लिए कुल 10 पैराशूट, 4 प्रकार के होते हैं—2 अपेक्स कवर सेपरेशन, 2 ड्रोग, 3 पायलट व 3 मुख्य पैराशूट।
  • अवतरण अनुक्रम: पहले दो अपेक्स कवर पैराशूट सुरक्षा कवर हटाते हैं, फिर दो ड्रोग पैराशूट मॉड्यूल को स्थिर करते हैं, फिर तीन पायलट पैराशूट, तीन मुख्य पैराशूट खोलते हैं। किसी भी हालात में दो मुख्य पैराशूट पर्याप्त सेफ लैंडिंग के लिए डिजाइन किए गए हैं।
  • टेस्ट प्रक्रिया: पैराशूट ‘रीफ्ड इन्फ्लेशन’ प्रक्रिया से खुलता है—पहले थोड़ा खुलता है (रीफिंग), कुछ समय बाद पूरी तरह खुलता है (डिसरीफिंग), जिसे पायरो डिवाइस द्वारा किया जाता है।
  • उन्नत परीक्षण: ISRO ने इस परीक्षण में डिसरीफिंग में देरी (गैर-मानक या एक्सट्रीम स्थिति) की चुनौती को सफलतापूर्वक देखा, जिससे सिस्टम की स्ट्रक्चरल इंटेग्रिटी व लोड वितरण का आकलन हुआ।
  • परिणाम: 2.5 किमी ऊंचाई से भारयुक्त क्रू मॉड्यूल का सिमुलेशन किया गया, जिसमें पैराशूट सिस्टम अनुक्रमिक रूप से खुला और सुरक्षित लैंडिंग हुई, जिससे डिजाइन की मजबूती प्रमाणित हो गई।
  • सहयोगी संस्थाएँ: परीक्षण में VSSC (ISRO), ADRDE (DRDO), भारतीय वायुसेना व भारतीय सेना की संयुक्त भागीदारी रही।
  • उपयोग : रीफ्ड इन्फ्लेशन प्रक्रिया पैराशूट की विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए विकसित की गई है, जिसमें समय-समय पर अनुक्रमित खुलाव से मॉड्यूल पर झटके व लोड को संतुलित किया जाता है, ताकि अंतरिक्ष यात्री की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित हो सके।