भारत - मॉरिशस ब्लू इकॉनमी सहयोग
- 13 Nov 2025
12 नवंबर, 2025 को भारत के केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने नई दिल्ली में मॉरिशस के वरिष्ठ नागरिक अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि मछली पालन, समुद्री प्रौद्योगिकी और डिज़लिनेशन (जल शोधन) जैसे उभरते क्षेत्रों में भारत और मॉरिशस के बीच सहयोग बढ़ाना आवश्यक है। ये क्षेत्र टिकाऊ विकास और पारस्परिक समृद्धि के नए आयाम हैं।
मुख्य तथ्य:
- अनुभव साझा करना: भारत का समुद्री संसाधन प्रबंधन और महासागरीय प्रौद्योगिकी का अनुभव मॉरिशस के विकास लक्ष्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
- सहयोग परियोजनाएँ: मंत्री ने मॉरिशस के अधिकारियों से ब्लू इकॉनमी और समुद्री अनुसंधान में संयुक्त परियोजनाओं की खोज करने का आग्रह किया।
- दस वर्षीय रोडमैप: भारत के पृथ्वी विज्ञान संस्थान मॉरिशस के समकक्षों के साथ मिलकर नौसागरीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिए 10 वर्षीय रूपरेखा बनाने को तैयार हैं।
- हैसियत: यह कार्यक्रम भारत-मॉरिशस के बीच मार्च 2025 में स्थापित दीर्घकालिक सहयोग ढांचे का हिस्सा है।
- डीप ओशन मिशन: डॉ. सिंह ने भारत की डीप ओशन मिशन की सफलता का उल्लेख किया, जो महासागरीय संसाधनों के दोहन में अग्रणी है।
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