भारत के 60% जिलों में वर्ष भर विषैले वायु प्रदूषण: अध्ययन
- 27 Nov 2025
26 नवंबर, 2025 को "सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर" के विश्लेषण के अनुसार, भारत के 60% जिलों (447/749) में PM2.5 की सांद्रता वर्ष भर NAAQS के सुरक्षित मान (40 µg/m³) से अधिक रही।
मुख्य तथ्य:
- PM2.5 स्तर: कोई भी जिला WHO दिशानिर्देश (5 µg/m³) में नहीं आया, जो भारत के मान से 8 गुना कठोर है।
- सबसे प्रदूषित जिले: दिल्ली (11) और असम (11) में ही भारत के शीर्ष 50 प्रदूषित जिलों में से लगभग आधे उपस्थित हैं, उसके बाद बिहार (7), हरियाणा (7) में सर्वधिक प्रदूषित जिले हैं।
- अन्य राज्य: सर्वधिक प्रदूषित 50 जिलों में उत्तर प्रदेश (4), त्रिपुरा (3), राजस्थान (2), पश्चिम बंगाल (2) शामिल हैं।
- स्वच्छ राज्य: आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल, सिक्किम, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु के अधिकांश जिले NAAQS के भीतर।
- सर्दी का प्रभाव: दिसंबर-फरवरी में 82% जिले (616/749) में मानक का उल्लंघन हुआ है।
- PM2.5 सूक्ष्म कणीय पदार्थ हैं जो 2.5 माइक्रोमीटर से छोटे होते हैं और फेफड़ों में गहराई तक प्रवेश कर स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं। यह अध्ययन दर्शाता है कि वायु प्रदूषण अब मौसमी समस्या नहीं, बल्कि वर्ष भर का खतरा है।
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