आरबीआई ने की तरलता प्रवाह उपाय की घोषणा
- 24 Dec 2025
23 दिसंबर 2025 को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने बैंकिंग प्रणाली में तरलता (liquidity) बढ़ाने के लिए सरकारी प्रतिभूतियों की खुले बाज़ार में खरीद (OMO) और डॉलर–रुपया स्वैप के माध्यम से कुल लगभग ₹2.90 लाख करोड़ की तरलता प्रवाह की घोषणा की।
मुख्य तथ्य:
- OMO खरीद नीलामी: RBI सरकार की प्रतिभूतियों (G-Secs) की OMO खरीद नीलामियाँ कुल ₹2,00,000 करोड़ (लगभग $22.34 बिलियन) तक करेगा।
- किश्तों में संचालन: ये खरीद चार किश्तों में ₹50,000 करोड़–₹50,000 करोड़ की होंगी, जिनकी तिथियाँ 29 दिसंबर 2025, 5 जनवरी 2026, 12 जनवरी 2026 और 22 जनवरी 2026 तय की गई हैं।
- डॉलर–रुपया स्वैप: तीन वर्ष की अवधि (tenor) के लिए $10 बिलियन का डॉलर–रुपया स्वैप नीलाम किया जाएगा, जिसकी नीलामी 13 जनवरी 2026 को प्रस्तावित है।
- उद्देश्य: विश्लेषकों के अनुसार, ये कदम बैंकिंग तंत्र में रुपया तरलता बढ़ाने के साथ-साथ अधिशेष डॉलर तरलता को सोखकर डॉलर–रुपया फ़ॉरवर्ड प्रीमियम पर दबाव कम करेंगे और गिरती विदेशी मुद्रा भंडार स्थिति को कुछ राहत देंगे।
- पूर्व फॉरेक्स हस्तक्षेप: RBI के आँकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2025 में रुपया अवमूल्यन को रोकने हेतु केंद्रीय बैंक ने इंटर-बैंक फॉरेक्स बाज़ार में शुद्ध $11.88 बिलियन डॉलर बेचे थे।
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