थैलेसीमिया बाल सेवा योजना

  • 15 Oct 2020

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने 14 अक्टूबर, 2020 को वर्चुअल तरीके से थैलेसीमिया बीमारी से ग्रस्त शोषित समाज के रोगियों के लिए ‘थैलेसीमिया बाल सेवा योजना’ के दूसरे चरण का शुभारंभ किया।

उद्देश्य: थैलेसीमिया (Thalassaemia) और सिकल सेल (Sickle Cell) जैसे हीमोग्लोबिनोपैथी (Haemoglobinopathies) रोग के ऐसे रोगियों को एक बार इलाज कराने का अवसर प्रदान करना, जिनके परिवार में ही दानकर्ता (donor) हों।

महत्वपूर्ण तथ्य: 2017 में शुरू की गई यह योजना कोल इंडिया का सीएसआर वित्त पोषित हेमाटोपोएटिक स्टेम सेल प्रत्यारोपण (Hematopoietic Stem Cell Transplantation- HSCT) कार्यक्रम है।

  • सीएसआर पहल का लक्ष्य प्रत्येक एचएससीटी के लिए 10 लाख रुपये तक की लागत के पैकेज के तहत कुल 200 रोगियों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
  • विभिन्न हीमोग्लोबिनोपैथी के लिए छुपे हुए वाहकों की व्यापकता पर मौजूद आंकड़ों से पता चलता है, कि यह बीटा-थैलेसीमिया के लिए 2.9-4.6% है, जबकि विशेष रूप से जनजातीय आबादी के बीच सिकल सेल एनीमिया के लिए यह 40% तक हो सकता है।
  • इस वर्ष अप्लास्टिक एनीमिया के कुल 200 रोगियों को शामिल करने के लिए इस योजना को विस्तार दिया गया है। अप्लास्टिक एनीमिया एक दुर्लभ स्थिति है, जिसमें शरीर पर्याप्त नई रक्त कोशिकाओं का उत्पादन बंद कर देता है।