चापरे वायरस

  • 02 Dec 2020

  • अमेरिका के ‘सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन’ (सीडीसी) के शोधकर्ताओं द्वारा बोलीविया में एक घातक वायरस की खोज की गयी है, जिसे ‘चापरे वायरस’ (Chapre Virus) के नाम से जाना जाता है।
  • यह इबोला वायरस रोग के लिए जिम्मेदार एरेनावायरस (Arenavirus) परिवार का वायरस है, जिसके कारण चापरे रक्तस्रावी बुखार (Chapare hemorrhagic fever– CHHF) फैलता है।
  • इस वायरस को सबसे पहले बोलीविया के ‘चापरे’ (Chapare) प्रांत में देखा गया था, इसीलिए इसे ‘चापरे वायरस’ नाम दिया गया है।
  • चापरे वायरस जैसे एरेनावायरस, आमतौर पर चूहों द्वारा फैलते हैं। यह वायरस, संक्रमित कृंतक के सीधे संपर्क, इनके मल या मूत्र के संपर्क में आने से या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से प्रसारित होता है।
  • इसका संक्रमण होने पर पेट दर्द, उल्टी, मसूड़ों से खून निकलने, त्वचा पर चकत्ते और आंखों के अंदर दर्द, आदि लक्षण दिखाई देते हैं। वायरल रक्तस्रावी बुखार एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है जो कई अंगों को प्रभावित कर सकती है और रक्त वाहिकाओं की दीवारों को नुकसान पहुंचा सकती है।