हरित राष्ट्रीय राजमार्ग गलियारा

  • 25 Dec 2020

राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में सुरक्षित और ‘हरित राष्ट्रीय राजमार्ग गलियारों’ के निर्माण के लिए भारत सरकार और विश्व बैंक ने 22 दिसंबर, 2020 को 500 मिलियन डॉलर की एक परियोजना पर हस्ताक्षर किए।

महत्वपूर्ण तथ्य: हरित राष्ट्रीय राजमार्ग गलियारा परियोजना सुरक्षित और हरित प्रौद्योगिकी डिजाइनों जैसे स्थानीय और उप-मानक सामग्री, औद्योगिक उपोत्पाद (बाइप्रोडक्ट) और अन्य बायोइंजीनियरिंग सॉल्यूशंस के जरिए विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में 783 किमी. राजमार्ग का निर्माण करने में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का सहयोग करेगी।

  • यह परियोजना राजमार्गों के निर्माण और रखरखाव में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने में मदद करेगी।
  • इस परियोजना से हरित और सुरक्षित प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) की क्षमता का भी विस्तार होगा।
  • अंतरराष्ट्रीय पुनर्निर्माण और विकास बैंक (आईबीआरडी) से 500 मिलियन डॉलर के ऋण की परिपक्वता अवधि पांच वर्ष की रियायत के साथ 18.5 वर्ष है।
  • भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग से लगभग 40 फीसदी सड़क यातायात होता है। परियोजना के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क के लगभग 5,000 किमी. के आपदा जोखिम का मूल्यांकन किया जाएगा, साथ ही प्रोजेक्ट डिजाइन और कार्यान्वयन में जलवायु के लचीलेपन के पहलुओं को शामिल करने में मंत्रालय का सहयोग होगा।