वायु प्रदूषण के कारण दक्षिण पूर्व एशिया में अर्थव्यवस्था के लिए लागत विश्लेषण

  • 20 Feb 2021

18 फरवरी, 2021 को ग्रीनपीस का ‘दक्षिण पूर्व एशिया में वायु प्रदूषण के कारण अर्थव्यवस्था पर लागत’ विश्लेषण जारी किया गया।

महत्वपूर्ण तथ्य: विश्लेषण के अनुसार, वायु प्रदूषण के कारण 2020 में दिल्ली में लगभग 54,000 लोगों की मौत हुई।

  • इस विश्लेषण में छ: भारतीय शहरों - दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और लखनऊ को शामिल किया गया है।
  • वैश्विक रूप से, पांच सबसे अधिक आबादी वाले शहरों - दिल्ली, मैक्सिको सिटी, साओ पाउलो, शंघाई और टोक्यो में लगभग 1,60,000 लोगों की मौत का कारण पीएम 2.5 वायु प्रदूषण है।
  • ग्रीनपीस दक्षिण पूर्व एशिया, आईक्यूएयर (IQAir) और ऊर्जा एवं स्वच्छ वायु पर अनुसंधान केंद्र (CREA) के बीच सहयोग में 'पीएम 2.5' वायु प्रदूषण का रियलटाइम स्वास्थ्य प्रभाव और आर्थिक लागत का अनुमान लगाने के लिए एक ऑनलाइन टूल 'कॉस्ट एस्टीमेटर' (Cost Estimator) विश्व के प्रमुख शहरों में तैनात किया गया था।
  • अर्थव्यवस्था पर वायु प्रदूषण से होने वाली मौतों के प्रभाव को दिखाने के लिए, ग्रीनपीस द्वारा 'इच्छा-से-भुगतान' (willingness-to-pay) दृष्टिकोण का उपयोग किया गया।
  • इस दृष्टिकोण के तहत एक खोया हुआ जीवन वर्ष या दिव्यांगता के साथ एक वर्ष को उस धन में परिवर्तित किया जाता है, जिसे लोग इस नकारात्मक परिणाम से बचने के लिए भुगतान करना चाहते हैं।
  • ग्रीनपीस एक गैर-सरकारी पर्यावरण संगठन है, जिसकी स्थापना 1971 में हुई थी। इसका मुख्यालय एम्स्टर्डम, नीदरलैंड में है।