पर्यावरण स्थिति रिपोर्ट 2021

  • 16 Mar 2021

25 फरवरी, 2021 को ‘सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट’ (CSE) द्वारा ‘पर्यावरण स्थिति रिपोर्ट 2021’(State of Environment Report 2021) जारी की गयी।

महत्वपूर्ण तथ्य: कोविड-19 महामारी के कारण देश के 375 मिलियन बच्चों (नवजात शिशु से लेकर 14 साल के बच्चे) की सेहत पर लंबे समय तक बुरा असर रहेगा।

  • भविष्य में इन बच्चों को वजन कम होने, ठिगनापन, बाल मृत्यु दर में वृद्धि से लेकर शिक्षा और कार्य- उत्पादकता में नुकसान जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
  • विश्व भर में 500 मिलियन से अधिक बच्चे स्कूल से बाहर हो चुके हैं और इनमें आधे से अधिक बच्चे भारत से हैं।
  • कोविड-19 के प्रभाव के कारण दुनिया भर में 11.5 करोड़ अतिरिक्त लोग अत्यंत गरीबी में जीने के लिए मजबूर होंगे। इनमें से अधिकांश दक्षिण एशिया के होंगे।

पर्यावरण की स्थिति: 2009 और 2018 के बीच, भारत की वायु, जल और भूमि अत्यधिक प्रदूषित हुई है।

  • देश के 88 प्रमुख औद्योगिक समूहों में से, 35 औद्योगिक समूहों में पर्यावरणीय गिरावट दर्ज की गयी, 33 औद्योगिक समूहों में वायु गुणवत्ता में कमी, 45 औद्योगिक समूहों में अधिक प्रदूषित जल तथा 17 औद्योगिक समूहों में भूमि प्रदूषण बदतर हो गया है। महाराष्ट्र में तारापुर, सबसे प्रदूषित क्लस्टर के रूप में उभरा है।
  • सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में केरल, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और तेलंगाना सबसे अच्छे प्रदर्शन जबकि बिहार, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और उत्तर प्रदेश सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्य थे।