कॉप-26 शिखर सम्मेलन: मीथेन उत्सर्जन में कटौती और वनों को बचाने का संकल्प

  • 29 Nov 2021

2 नवंबर, 2021 को ग्लासगो में कॉप-26 वैश्विक जलवायु शिखर सम्मेलन के दौरान नेताओं ने दशक के अंत तक वनों की कटाई को रोकने और जलवायु परिवर्तन में मदद करने हेतु शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस 'मीथेन' के उत्सर्जन को कम करने का संकल्प लिया।

मीथेन: लगभग 90 देश 2020 के स्तर से 2030 तक मीथेन के उत्सर्जन को 30% कम करने के लिए अमेरिका और यूरोपीय संघ के नेतृत्व वाले प्रयास में शामिल हो गए हैं।

  • कार्बन डाइ-ऑक्साइड की तुलना में मीथेन वायुमंडल में अधिक अल्पकालिक है लेकिन पृथ्वी को गर्म करने में 80 गुना अधिक शक्तिशाली है।
  • मीथेन गैस, जिसका पूर्व-औद्योगिक समय से ग्लोबल वार्मिंग में 30% योगदान है, के उत्सर्जन में कटौती जलवायु परिवर्तन को धीमा करने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है।
  • चीन, रूस और भारत ने इस पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया इस प्रतिज्ञा का समर्थन नहीं करेगा।

वन: विश्व संसाधन संस्थान की ‘ग्लोबल फॉरेस्ट वॉच रिपोर्ट’ के अनुसार, 2020 में, दुनिया को 258,000 वर्ग किमी (100,000 वर्ग मील) का वन क्षेत्र का नुकसान हुआ है।

  • WWF के अनुमान के अनुसार हर मिनट में 27 फुटबॉल मैदान के बराबर वन क्षेत्र नष्ट हो रहे हैं।
  • 100 से अधिक देशों के नेताओं ने दशक के अंत तक वनों की कटाई और भूमि क्षरण को रोकने का संकल्प लिया।

अन्य तथ्य: ब्राजील ने 2030 तक अपने ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 43% की पिछली प्रतिज्ञा की तुलना में 50% की कटौती करने के लिए एक नई प्रतिबद्धता की है।