रविदासिया समुदाय

  • 20 Jan 2022

चुनाव आयोग ने गुरु रविदास जयंती समारोह के मद्देनजर राजनीतिक दलों के अनुरोध पर पंजाब विधानसभा चुनाव 14 फरवरी के बजाय 20 फरवरी को कराने का फैसला किया है। यह राज्य में रविदासिया समुदाय (Ravidassia community) के महत्व को रेखांकित करता है।

(Image Source: https://newsonair.gov.in/)

  • गुरु रविदास जयंती के अवसर पर राज्य के रविदासिया समुदाय के लोग बड़ी संख्या में डेरा सचखंड बल्लां, जालंधर द्वारा संचालित विशेष ट्रेन से वाराणसी की यात्रा करते हैं।

रविदासिया कौन हैं? रविदासिया दलित समुदाय है, जिनमें से अधिकांश, लगभग 12 लाख दोआब क्षेत्र में रहते हैं।

  • डेरा सचखंड बल्लां, दुनिया भर में 20 लाख अनुयायियों के साथ उनका सबसे बड़ा डेरा है, जिसे बाबा संत पीपल दास द्वारा 20वीं शताब्दी की शुरुआत में स्थापित किया गया था।
  • एक बार सिख धर्म से निकटता से जुड़े होने के बाद, डेरा ने 2010 में इन दशकों पुराने संबंधों को तोड़ दिया और घोषणा की कि वे रविदासिया धर्म का पालन करेंगे। डेरा ने वाराणसी में गुरु रविदास जयंती पर यह घोषणा की।
  • वाराणसी में जन्में गुरु रविदास 15वीं और 16वीं शताब्दी में भक्ति आंदोलन के एक सूफी कवि संत थे और उन्होंने 'रविदासिया धर्म' की स्थापना की।
2010 से, डेरा सचखंड बल्लां ने रविदासिया मंदिरों और गुरुद्वारों में गुरु ग्रंथ साहिब को अपने स्वयं के ग्रंथ 'अमृतवाणी' (Amritbani) से बदलना शुरू कर दिया था।