थोक मूल्य मुद्रास्फीति में वृद्धि

  • 09 Jun 2022

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार थोक मूल्य मुद्रास्फीति मई माह में बढ़कर 15.88% हो गई, जो अप्रैल में 15.08 प्रतिशत थी|

महत्वपूर्ण बिंदु

  • मई 2022 में थोक मूल्य मुद्रास्फीति की उच्च दर मुख्य रूप से खनिज तेल, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, खाद्य पदार्थों, मूल धातुओं, गैर-खाद्य वस्तुओं, रसायनों और रासायनिक उत्पादों एवं खाद्य उत्पादों आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण है।
  • मंत्रालयों का आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक (WPI) पर आधारित मुद्रास्फीति अब 14 महीनों के लिए दोहरे अंकों में बनी हुई है, जो वैश्विक कमोडिटी कीमतों, विशेष रूप से तेल की बढ़ी हुई कीमतों को दर्शाती है।

मुद्रास्फीति का मापन

  • थोक मूल्य सूचकांक (WPI): इसका अनुमान वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा लगाया जाता है और इसे मासिक आधार पर मापा जाता है। इस सूचकांक में खुदरा स्तर से पहले के चरणों में वस्तुओं की कीमत में बदलाव को मापा और ट्रैक किया जाता है।
  • उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI): उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) बास्केट खुदरा मुद्रास्फीति की गणना के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक सूचकांक है|