शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में वृद्धि

  • 27 Oct 2022

9 अक्टूबर, 2022 को वित्त मंत्रालय ने कहा कि वर्ष 2022-23 में भारत का शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह बढ़कर 7.45 लाख करोड़ रूपए हो गया है।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • अंतिम आंकड़ों के आधार पर, शुद्ध व्यक्तिगत आयकर संग्रह में 17.35% की वृद्धि हुई, जो कॉर्पोरेट आयकर संग्रह की तुलना में तेजी से बढ़ रहा है।
  • व्यक्तिगत आयकर प्राप्तियों के साथ संयुक्त प्रतिभूति लेनदेन कर (Securities Transaction Tax) संग्रह 16.25% की अधिक मध्यम वृद्धि से बढ़ रहा है।
  • टैक्स रिफंड पिछले वर्ष की तुलना में 81% बढ़कर 1.53 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।

प्रत्यक्ष कर (Direct Tax)

  • प्रत्यक्ष कर वह कर होता है जिसका भुगतान व्यक्ति या कानूनी संस्था को सीधे सरकार को करना होता है।
  • प्रत्यक्ष करों को केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा देखा किया जाता है। प्रत्यक्ष करों को किसी अन्य व्यक्ति या कानूनी संस्था को हस्तांतरित नहीं किया जा सकता है।
  • आय कर, कैपिटल गेनस टैक्स, सिक्योरिटीज ट्रांसक्शन टैक्स, कॉर्पोरेट कर और गिफ्ट टैक्स आदि प्रत्यक्ष कर के प्रकार हैं।

प्रतिभूति लेनदेन कर

  • यह एक प्रकार का टर्नओवर टैक्स है, जहां निवेशक एक्सचेंज के माध्यम से किए गए लेनदेन में प्राप्त या भुगतान की गई कुल राशि पर कर का भुगतान करने के लिए बाध्य होता है।
  • ये कर वस्तुओं और मुद्रा लेनदेन और एक्सचेंज के बाहर लेनदेन पर लागू नहीं होता है।
  • यह शेयरों, डिबेंचर, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, सरकारी इक्विटी प्रतिभूतियों, डेरिवेटिव आदि जैसी प्रतिभूतियों पर लागू होता है।