मध्य प्रदेश की ‘गोंड पेंटिंग’ सहित 5 हस्तशिल्प उत्पादों को जीआई टैग

  • 13 Apr 2023

हाल ही में मध्यप्रदेश के 5 हस्तशिल्प उत्पादों (भेड़ाघाट का स्टोन क्राफ्ट, डिंडौरी की गोंड पेंटिंग, ग्वालियर का कार्पेट, उज्जैन की बाटिक प्रिंट व बालाघाट के वारासिवनी की रेशम साड़ी) को जीआइ टैग प्रदान किया है।

  • प्रदेश की प्रसिद्ध गोंड पेंटिंग को भी जीआई टैग मिला है। इससे इस कला से जुड़े आदिवासी समुदाय को आर्थिक लाभ मिलेगा।
  • गोंड पेंटिंग भगवान, देवी, प्रकृति, पेड़, चंद्रमा, सूर्य आदि का प्रतिनिधित्व करने वाली हस्तमुद्रित अनूठी शैली की कला है।
  • गोंड जनजातियों से उत्पन्न, वे अपने घरों और फर्श को रूपांकनों, टैटू आदि से सजाने में विश्वास करते हैं।
  • डिंडोरी जिले का पाटनगढ़ गाँव एक उल्लेखनीय गाँव है जहाँ हर घर में एक कलाकार है, और उनकी कलाकृति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान बनाई है।
  • खन्नाट गांव की एक शारीरिक रूप से अक्षम आदिवासी महिला नरबदिया अरमो, माउथ पेंटिंग बनाती हैं और असहाय महसूस करने वाली महिलाओं के लिए एक रोल मॉडल के रूप में काम करती हैं।

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