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केरल का वन्यजीव अभयारण्य
केरल के वन्यजीव अभयारण्य के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- यह केरल का एकमात्र अभयारण्य है जहाँ चार सींग वाले मृगों के देखे जाने की सूचना मिली है।
- यह अभयारण्य हाथी परियोजना ( Project Elephant) के अंतर्गत आता है।
- कबिनी नदी (यह कावेरी नदी की एक सहायक नदी है) अभयारण्य से होकर बहती है।
उपरोक्त कथन निम्नलिखित में से केरल के किस वन्यजीव अभयारण्य के लिए सही हैं:
A |
बेगुर वन्यजीव अभयारण्य
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B |
नेय्यर वन्यजीव अभयारण्य
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C |
अरलम वन्यजीव अभयारण्य
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D |
वायनाड वन्यजीव अभयारण्य
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Your Ans is
Right ans is D
Explanation :
संदर्भ : हाल ही में, केरल सरकार ने वायनाड अभयारण्य के आसपास पर्यावरण के प्रति संवेदनशील क्षेत्र के बारे में अधिसूचना पर केंद्र से हस्तक्षेप करने की मांग की है।
- केरल में स्थित, वायनाड वन्यजीव अभयारण्य (Wayanad Wildlife Sanctuary- WWS) नीलगिरी बायोस्फीयर रिज़र्व का एक अभिन्न अंग है। इसकी स्थापना वर्ष 1973 में हुई थी।
- वायनाड वन्यजीव अभयारण्य कर्नाटक के नागरहोल और बांदीपुर तथा तमिलनाडु के मुदुमलाई के बाघ अभयारण्य से लगा हुआ है।
- यह केरल का एकमात्र अभयारण्य है जहाँ चार सींग वाले मृगों के देखे जाने की सूचना मिली है।
- वन्यजीव क्षेत्र के जंगल काबानी नदी की सहायक नदियों के लिए प्रमुख जलग्रह निर्मित करते हैं।
- इसमें दक्षिण भारतीय नम पर्णपाती वन, पश्चिमी तटीय अर्ध-सदाबहार वन और सागौन, नीलगिरी और ग्रेवेलिया के वृक्षारोपण शामिल हैं।
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