- होम
- सामयिक
- समसामयिकी प्रश्न
- थेय्यम
थेय्यम
'थेय्यम' नृत्य के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
I. यह एक लोक नृत्य है जोकि आमतौर पर उत्तरी कर्नाटक में केंद्रित है।
II. रंगीन वेशभूषा और लंबा हेडगेअर (मुडी) इस नृत्य की विशिष्ट विशेषताएं हैं।
III. यह प्राचीन समय में अस्पृश्यता के खिलाफ एक युद्ध था।
नीचे दिए गए कूट से सही कथन चुनें:
A |
केवल I और III
|
|
B |
केवल II और III
|
|
C |
I, II, III
|
|
D |
उपरोक्त में से कोई नहीं
|
Explanation :
थेय्यम केरल की पारंपरिक और बेहद लोकप्रिय लोक-कला शैली है। 'थेय्यम' शब्द की उत्त्पति संस्कृत के शब्द 'देवम' से हुई है जिसका अर्थ है ईश्वर। इसलिए, इसे दैवीय नृत्य कहा जाता है। थेय्यम जाति-भेद की भावना समाप्त करने के लिए केरल के सामाजिक-सांस्कृतिक आचारों का केंद्र स्वरूप है।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए यह प्रश्न इतना महत्वपूर्ण क्यों है?
पिछले कुछ समय से यूपीएससी ने लोक कला से संबंधित कई प्रकार के प्रश्नों को सुमेलित करने के लिए कहा है, इसलिए हम लगातार सामाचारों में बने रहने वाले लोक नृत्य को विस्तार से कवर कर रहे हैं।
सामयिक खबरें
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे