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5G तकनीक
5G तकनीक के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- 5G 5वीं पीढ़ी का मोबाइल नेटवर्क है। यह 1G, 2G, 3G और 4G नेटवर्क के बाद एक नया वैश्विक वायरलेस मानक है। 5G नेटवर्क एमएम वेव स्पेक्ट्रम में काम करेगा।
- 5G मुख्य रूप से 3 बैंड में काम करता है, अर्थात् निम्न, मध्य और उच्च आवृत्ति स्पेक्ट्रम जिनमें से सभी के अपने उपयोग के साथ-साथ सीमाएँ भी हैं।
- यह एक नए प्रकार के नेटवर्क को सक्षम बनाता है जिसे मशीनों, वस्तुओं और उपकरणों सहित लगभग सभी को एक साथ जोड़ने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A |
केवल 1
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B |
2 और 3
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C |
केवल 1, 2
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D |
1, 2 और 3
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Explanation :
भारत में इसी साल 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी और वितरण किया जाएगा। इससे पहले, सैटकॉम इंडस्ट्री एसोसिएशन (एसआईए-इंडिया) ने चिंता व्यक्त की थी कि आगामी 5जी नीलामी के लिए सैटेलाइट बैंड के आवंटन पर भारत को 184.6 अरब डॉलर (करीब 13.6 लाख करोड़ रुपये) का खर्च आएगा। इसका मतलब है कि भारतीय नागरिकों को उच्च मांग, उन्नत उपग्रह ब्रॉडबैंड सेवाएं नहीं मिलेंगी। वहीं देश को हर साल भारतीय अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान होने वाला है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत को 2030 तक भारत की जीडीपी में करीब 13.6 लाख करोड़ रुपये का नुकसान होगा। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर स्पेक्ट्रम आवंटन के लिए युक्तियुक्त योजनाएँ तैयार की जानी चाहिए। ताकि जरूरत पड़ने पर स्पेक्ट्रम की नीलामी की जा सके।
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