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भूतुल्यकालिक उपग्रह प्रक्षेपण यान (GSLV)
भूतुल्यकालिक उपग्रह प्रक्षेपण यान (GSLV) के बारे मेंनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- GSLV एक अधिक शक्तिशाली रॉकेट है, जो भारी उपग्रहों को अंतरिक्ष में अधिक ऊँचाई तक ले जाने में सक्षम है। जीएसएलवी रॉकेटों ने अब तक 18 मिशनों को अंजाम दिया है, जिनमें से चार विफल रहे हैं।
- यह 10,000 किलोग्राम के उपग्रहों को पृथ्वी की निचली कक्षा तक ले जा सकता है।स्वदेश में विकसित क्रायोजेनिक अपर स्टेज (CUS)- ‘GSLV Mk-II’ के दूसरे चरण का निर्माण करता है।
- Mk-III संस्करणों ने भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो को अपने उपग्रहों को लॉन्च करने हेतु पूरी तरह से आत्मनिर्भर बना दिया है।
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सुमेलित है/हैं?
A |
केवल 1 और 2
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B |
केवल 3
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C |
केवल 1 और 3
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D |
1, 2 और 3
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Your Ans is
Right ans is C
Explanation :
- हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने गगनयान कार्यक्रम के लिये ह्यूमन-रेटेड सॉलिडरॉकेट बूस्टर (HS200) का स्थैतिक परीक्षण पूरा किया है।
- भू-समकालिक उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) को भू-तुल्यकालिक स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में 2.0 टन उपग्रहों को कक्षा में प्रमोचन करने के लिए डिजाइन किया गया है।
- तीन चरण वाले जीएसएलवी में इसरो के उड़ान विश्वसनीय ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) के ठोस और द्रव चरण और एक क्रायोजेनिक ऊपरी चरण है।
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