- होम
- सामयिक
- समसामयिकी प्रश्न
- मूल्यह्रास
मूल्यह्रास
रुपये के मूल्यह्रास के बाद भी, "कुछ अर्थशास्त्रियों का मानना है कि रुपये का मूल्य अभी भी उसके व्यापारिक भागीदारों के संबंध में उनसे अधिक है।"
वे अपने कथन को साबित करने के लिए वास्तविक प्रभावी विनिमय दर (आरईईआर) का सन्दर्भ देते हैं। आरईईआर के सम्बंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
I. नाममात्र प्रभावी विनिमय दर (एनईईआर) भारतीय मुद्रा के मुकाबले मुद्राओं की साधारण औसत है।
II. आरईईआर, एनईईआर मूल्य है जो कि दोनों देशों (विदेशी और घरेलू) के मुद्रास्फीति अनुपात के साथ समायोजित है।
III. आरईईआर हमें हमारी मुद्रा की अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के बारे में बताता है।
नीचे दिए गए कूट से सही कथन का चयन करें:
A |
केवल I और II
|
|
B |
केवल II और III
|
|
C |
I, II, III
|
|
D |
केवल I और III
|
Explanation :
बाजार विनिमय दर प्रणाली (उदाहरण के लिए हम कहते हैं 1$ = 70 रुपये) के साथ समस्या यह है कि हम मानते हैं कि पूरा व्यापार डॉलर में होता है और इसलिए अपनी मुद्रा का मूल्यांकन हम केवल डॉलर के साथ करते हैं। लेकिन, वास्तविकता में हम अन्य मुद्राओं जैसे: येन, पाउंड, रॅन्मिन्बी इत्यादि में भी व्यापार करते हैं। अतः व्यापारिक मात्रा के अनुसार मुद्राओं को अलग-अलग महत्व देना चाहिए और फिर एक्सचेंज रेट की गणना करनी चाहिए। इसलिए, एनईईआर सामान्य औसत दर नहीं है अपितु एक अनुरुपित भारित औसत दर है और जब एनईईआर मुद्रास्फीति में समायोजित होता है तो आरईईआर कहलाता है और इससे मुद्रा का संचार बेहतर तरीके से होता है।
स्रोत: द हिन्दू
सामयिक खबरें
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे