- होम
- सामयिक
- समसामयिकी प्रश्न
- कीस्टोन प्रजातियों
कीस्टोन प्रजातियों
किसी पारिस्थितिक तंत्र में "कीस्टोन प्रजातियों" के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- ये आमतौर पर प्रमुख प्रजातियां होती हैं और इनकी उपस्थिति या अनुपस्थिति अन्य प्रजातियों को प्रभावित करती हैं।
- "केल्प वन" (शैवाल, सागर ओटर और सागर उर्चिन) "कीस्टोन समुच्चय" के प्रजातियों का एक उदाहरण है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन करें:
A |
केवल 1
|
|
B |
केवल 2
|
|
C |
1 और 2 दोनों
|
|
D |
न तो 1 और न ही 2
|
Your Ans is
Right ans is C
Explanation :
कीस्टोन प्रजातियां ऐसी प्रजातियां हैं जो पारिस्थितिक तंत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं। आम तौर पर प्रमुख शिकारी जीव कीस्टोन प्रजातियां होती हैं, लेकिन उष्णकटिबंधीय अंजीर (पौधे) कीस्टोन प्रजातियों का एक उदाहरण है।मयकोर्र्हिज़े(कवक) जो पौधे की जड़ों से खुद को जोड़े रखता है और पोषक तत्वों को बेहतर ढंग से अवशोषित करने में उनकी मदद करता है, कीस्टोन प्रजातियों का एक उदाहरण है क्योंकि इसकी अनुपस्थिति से पोषक तत्वों काअवशोषण ठीक से नहीं हो पायेगा, जिससे पौधे का विकास प्रभावित होगा। केल्प वन (शैवाल, सागर ओटर और सागर उर्चिन) "कीस्टोन समुच्चय" के प्रजातियों का एक उदाहरण है।
स्रोत: द हिंदू
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे