माउंट कंचनजंगा चढ़ाई पर आपत्ति
- 28 May 2025
27 मई, 2025 को सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामांग ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर माउंट कंचनजंगा (8,586 मीटर) की चढ़ाई पर गहरी चिंता व्यक्त की, जो सिक्किम में धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से पवित्र माना जाता है।
मुख्य तथ्य:
- चढ़ाई का विवरण: अरुणाचल प्रदेश स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग (NIMAS) की टीम ने 18 मई, 2025 को नेपाल की ओर से इस चोटी पर चढ़ाई की, जो विश्व की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है।
- धार्मिक महत्व: सिक्किम में इसे 'दो-गंगा' (पांच बर्फ़ीले खजाने) कहा जाता है और स्थानीय लोग इसे अध्यात्मिक देवता मानते हैं। यह UNESCO की विश्व धरोहर सूची में शामिल है।
- कानूनी प्रतिबंध: सिक्किम सरकार ने 1991 के पवित्र स्थल अधिनियम और 1998 व 2001 के अधिसूचनाओं के तहत चढ़ाई पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है।
- स्थानीय विरोध: सिक्किम भुटिया लेप्चा एपेक्स कमेटी (SIBLAC) ने इस चढ़ाई को कानून और सांस्कृतिक मान्यताओं का उल्लंघन बताया।
- माउंट कंचनजंगा : यह दुनिया का तीसरा सबसे ऊँचा पर्वत है , जिसकी ऊँचाई 28,169 फीट (8,586 मीटर) है। यह सिक्किम राज्य, पूर्वोत्तर भारत और पूर्वी नेपाल की सीमा पर पूर्वी हिमालय में स्थित है, जो सिक्किम के दार्जिलिंग से 46 मील (74 किमी) उत्तर-उत्तरपश्चिम में है। यह पर्वत ग्रेट हिमालय रेंज का हिस्सा है ।
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