अरुणाचल प्रदेश का एतालिन जलविद्युत परियोजना
- 11 Jun 2025
10 जून 2025 को, केंद्र सरकार की पर्यावरण मंत्रालय की वन सलाहकार समिति (FAC) ने अरुणाचल प्रदेश के दिबांग घाटी में प्रस्तावित 3,097 मेगावाट क्षमता वाली एतालिन जलविद्युत परियोजना को वन भूमि उपयोग की सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की। यह परियोजना अरुणाचल प्रदेश की दिबांग घाटी में द्री नदी और तालो नदी (स्थानीय नाम: दिबांग) पर प्रस्तावित है।
मुख्य तथ्य:
- परियोजना क्षमता: एतालिन परियोजना भारत की सबसे बड़ी प्रस्तावित जलविद्युत परियोजनाओं में से एक है, जिसकी क्षमता 3,097 मेगावाट है।
- वन भूमि डायवर्जन: परियोजना के लिए 1,175 हेक्टेयर वन भूमि का डायवर्जन किया जाएगा।
- वृक्षों की कटाई: लगभग 2.78 लाख पेड़ों की कटाई की जाएगी।
- पूर्व की आपत्तियाँ: दिसंबर 2022 में FAC ने जैव विविधता और वन्यजीव संरक्षण संबंधी चिंताओं के कारण प्रस्ताव को अस्वीकार किया था और नई जैव विविधता तथा संचयी प्रभाव आकलन की मांग की थी।
- मौजूदा मंजूरी: इस बार FAC ने अपनी पिछली सिफारिशों को नजरअंदाज करते हुए मौजूदा अध्ययनों के आधार पर परियोजना को मंजूरी दी।
- परियोजना का स्वरूप: एतालिन जलविद्युत परियोजना एक "रन-ऑफ-द-रिवर" (Run-of-the-River) परियोजना है, जिसमें जल का भंडारण (storage) नहीं किया जाता, बल्कि नदी के प्रवाह का उपयोग सीधे बिजली उत्पादन के लिए किया जाता है।
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