भारत का कुल व्यापार घाटा घटकर $21.88 अरब
- 17 Jun 2025
16 जून 2025 को वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मई 2025 में भारत का कुल व्यापार घाटा घटकर $21.88 अरब हो गया, जो मई 2024 के $22.09 अरब और अप्रैल 2025 के $26.42 अरब से कम है।
मुख्य तथ्य:
- कुल निर्यात: मई 2025 में भारत का कुल निर्यात (माल और सेवाएं मिलाकर) 2.8% बढ़कर $71.12 अरब रहा, जो मई 2024 में $69.20 अरब था।
- सेवाओं का प्रदर्शन: सेवाओं का निर्यात 9.4% बढ़कर $32.4 अरब पहुंचा; कुल सेवाओं में सॉफ्टवेयर, कंसल्टेंसी और वित्तीय सेवाओं का योगदान प्रमुख रहा।
- माल निर्यात: मई 2025 में माल निर्यात 2.2% घटकर $38.73 अरब रहा; हालांकि, गैर-पेट्रोलियम माल निर्यात 5.1% बढ़कर $33 अरब रहा।
- आयात: मई 2025 में कुल माल आयात 1.7% घटकर $60.61 अरब रहा; गैर-पेट्रोलियम आयात 10% बढ़ा, जबकि सेवाओं का आयात 1.5% बढ़कर $17.14 अरब रहा।
- व्यापार घाटा: मई 2025 में माल व्यापार घाटा $21.88 अरब रहा, जबकि कुल व्यापार घाटा (माल और सेवाएं) $6.6 अरब तक सिमट गया।
- निर्यात वृद्धि के क्षेत्र: इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के निर्यात में 54.1%, समुद्री उत्पादों में 26.8%, रसायनों में 16%, दवाओं में 7.4%, और वस्त्रों में 11.3% की वृद्धि दर्ज की गई।
- बाजार विविधता: अप्रैल-मई 2025 में अमेरिका को निर्यात 22%, ऑस्ट्रेलिया को 50%, ओमान को 40.9%, चीन को 18.7% और यूएई को 12.3% बढ़ा।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे