G7 शिखर सम्मेलन
- 18 Jun 2025
17 जून 2025 को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के कनानास्किस में आयोजित 51वें G7 शिखर सम्मेलन में भाग लिया और ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को प्रमुखता से उठाया।
मुख्य तथ्य:
- ग्लोबल साउथ की प्राथमिकता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत ने ग्लोबल साउथ की आवाज़ को वैश्विक मंच पर लाना अपनी जिम्मेदारी मानी है। उन्होंने ऊर्जा सुरक्षा, सतत विकास, तकनीक, नवाचार, AI-एनर्जी नेक्सस और क्वांटम तकनीक जैसे विषयों पर चर्चा की।
- भारत-कनाडा संबंध: पीएम मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के साथ द्विपक्षीय बैठक की। दोनों नेताओं ने व्यापार, ऊर्जा, अंतरिक्ष, महत्वपूर्ण खनिज, उर्वरक आदि क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। दोनों देशों ने उच्चायुक्तों की बहाली और संबंधों में स्थिरता की दिशा में कदम बढ़ाने का निर्णय लिया।
- अन्य द्विपक्षीय बैठकें: पीएम मोदी ने जर्मनी, इटली, यूक्रेन, फ्रांस, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, जापान, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील सहित कई देशों के नेताओं से भी मुलाकात की। इन बैठकों में व्यापार, निवेश, रक्षा, जलवायु, शिक्षा, तकनीक, आतंकवाद विरोधी सहयोग पर चर्चा हुई।
- G7 शिखर सम्मेलन का थीम: इस वर्ष के सम्मेलन की थीम थी-“प्रोटेक्टिंग आवर कम्युनिटीज़ अराउंड द वर्ल्ड”, “बिल्डिंग एनर्जी सेक्योरिटी एंड एक्सेलरेटिंग द डिजिटल ट्रांज़िशन” और “सिक्योरिंग द पार्टनरशिप्स ऑफ़ द फ्यूचर”।
- भू-राजनीतिक संदर्भ: सम्मेलन के दौरान ईरान-इज़राइल और रूस-यूक्रेन संघर्ष का प्रभाव देखा गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस और चीन को G7 में शामिल करने की बात कही और सम्मेलन के शुरुआती चरण में ही चले गए।
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