अमेरिका का 'वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट' (OBBBA)

  • 05 Jul 2025

हाल ही में, अमेरिका में पारित 'वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट' (OBBBA) के तहत 1% रेमिटेंस (धन प्रेषण) टैक्स लागू करने का निर्णय लिया गया, जिससे भारत को औपचारिक धन प्रेषणमें लगभग 500 मिलियन डॉलर की संभावित कमी का अनुमान है।

मुख्य तथ्य:

  • टैक्स की दर और प्रभाव: OBBBA के तहत 1% धन प्रेषणटैक्स 1 जनवरी 2026 से लागू होगा; प्रारंभ में 5% प्रस्तावित था, जिसे घटाकर 3.5% और अंततः 1% किया गया; भारत को इससे औपचारिक धन प्रेषणमें लगभग 500 मिलियन डॉलर की कमी का अनुमान है, जबकि मैक्सिको को 1.5 बिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान होगा।
  • टैक्स के अपवाद: यह टैक्स केवल नकद, मनी ऑर्डर, कैशियर चेक या अन्य भौतिक साधनों से 15 डॉलर से अधिक की धन प्रेषणपर लागू होगा; बैंक खातों या US-निर्गत डेबिट/क्रेडिट कार्ड से भेजी गई धन प्रेषणपर टैक्स नहीं लगेगा; US नागरिकता प्रमाणित करने पर भी टैक्स से छूट मिलेगी।
  • भारत में धन प्रेषणआँकड़े: 2024-25 में भारत को विदेशों से व्यक्तिगत ट्रांसफर (धन प्रेषण ) नेट आधार पर 16% बढ़कर 124.31 बिलियन डॉलर और ग्रॉस आधार पर 14% बढ़कर 132.07 बिलियन डॉलर प्राप्त हुए।
  • अमेरिका का योगदान: 2023-24 में भारत को प्राप्त कुल धन प्रेषणमें अमेरिका की हिस्सेदारी 27.7% रही; उस वर्ष भारत को अमेरिका से लगभग 32 बिलियन डॉलर धन प्रेषणप्राप्त हुआ; 2016-17 में यह हिस्सेदारी 22.9% थी।
  • धन प्रेषणकी महत्ता और लागत: 2024-25 में भारत को प्राप्त नेट धन प्रेषणने देश के 98.39 बिलियन डॉलर के व्यापार घाटे को पूरी तरह कवर किया; 200 डॉलर भेजने की औसत लागत अक्टूबर-दिसंबर 2024 में 5.3% रही, जो वैश्विक औसत 6.6% से कम है; RBI ने सिंगापुर के PayNow और BIS के Project Nexus से UPI को जोड़कर अंतरराष्ट्रीय भुगतान को तेज और सस्ता बनाने की पहल की है।