भारत ने अफगानिस्तान पर UNGA प्रस्ताव से किया किनारा

  • 08 Jul 2025

8 जुलाई 2025, भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में अफगानिस्तान की स्थिति पर लाए गए प्रस्ताव पर मतदान से दूरी बनाई और आतंकवाद के विरुद्ध समन्वित वैश्विक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।

मुख्य तथ्य:

  • मतदान से दूरी: भारत ने UNGA में अफगानिस्तान पर लाए गए प्रस्ताव पर मतदान में भाग नहीं लिया; भारत ने कहा कि बिना नए और लक्षित उपायों के ""जैसे चल रहा है, वैसे चलने दो" वाला रवैया अफगानी लोगों के लिए वह नतीजे नहीं लाएगा, जो वैश्विक समुदाय चाहता है।
  • सुरक्षा स्थिति पर निगरानी: संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने बताया कि भारत अफगानिस्तान की सुरक्षा स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि UN द्वारा नामित आतंकवादी तत्व अफगान भूमि का दुरुपयोग न कर सकें, इसके लिए समन्वित प्रयास हों।
  • UNGA का प्रस्ताव: संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अफगानिस्तान से मानवाधिकारों की रक्षा, अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन और आतंकवाद के विरुद्ध निर्णायक कार्रवाई की मांग करते हुए प्रस्ताव पारित किया; प्रस्ताव में मानवीय संकट, लौटने वालों की बढ़ती संख्या और दशकों के संघर्ष के प्रभाव का उल्लेख किया गया।
  • भारत-अफगानिस्तान संवाद: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और तालिबान द्वारा नियुक्त कार्यवाहक विदेश मंत्री के बीच हाल ही में बातचीत हुई; भारत ने पहलगाम आतंकी हमले की अफगान पक्ष द्वारा कड़ी निंदा का स्वागत किया; भारत ने अफगानिस्तान के साथ अपनी दीर्घकालिक मित्रता और शांति-स्थिरता में अपनी भागीदारी को दोहराया।
  • मानवीय सहायता और क्षेत्रीय भूमिका: भारत ने 2022 के बाद से अफगानिस्तान में शांति, स्थिरता और विकास को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय भागीदारी निभाई है; भारत द्वारा अफगानिस्तान को मानवीय सहायता भी प्रदान की गई है।