संयुक्त राष्ट्र प्लास्टिक संधि का नया ड्राफ्ट
- 14 Aug 2025
13 अगस्त, 2025 के संदर्भ में, जेनेवा में 190 देशों द्वारा प्लास्टिक प्रदूषण खत्म करने हेतु पहली वैश्विक संधि के लिए बातचीत चल रही है। इंटरगवर्नमेंटल नेगोशिएटिंग कमेटी (INC) के चेयर लुइस वायास वल्डिविएसो द्वारा प्रस्तुत नए ड्राफ्ट में प्लास्टिक उत्पादन में कटौती, हानिकारक रसायनों और प्लास्टिक्स की स्पष्ट परिभाषा को शामिल नहीं किया गया है। यह मसौदा पिछली बैठकों के अपेक्षाओं के विरुद्ध है और कई देशों ने इसकी आलोचना की है।
मुख्य तथ्य:
- ड्राफ्ट का दायरा: नए ड्राफ्ट में प्लास्टिक के डिजाइन, उत्पादन, उपयोग, कचरा प्रबंधन आदि पर जीवन-चक्र आधारित दृष्टिकोण अपनाया गया, लेकिन मुख्य रूप से उत्पादन कटौती जैसे ठोस प्रतिबंधों को छोड़ दिया गया है।
- वैश्विक प्रतिक्रिया: लगभग 190 देशों ने मसौदे पर व्यापक असंतोष और अस्वीकृति प्रकट की; इसे “मजाक” और कमजोर संधि बताया गया।
- विवादास्पद विषय: ड्राफ्ट में प्लास्टिक उत्पादों, उनके रसायनों, और “प्लास्टिक्स” की परिभाषा पर कोई स्पष्ट दिशा निर्देश नहीं हैं, जिससे नियंत्रण के प्रयासों की प्रभावशीलता संदिग्ध हो गई है।
- अंतिम चरण: बातचीत का आखिरी दौर 14 अगस्त, 2025 को है, लेकिन फिलहाल ठोस वैश्विक समझौते की कोई निश्चितता नहीं है।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे