भारत में चिकित्सा शिक्षा विस्तार

  • 29 Sep 2025

27 सितम्बर, 2025 को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में 10,023 नई चिकित्सा सीटों की स्थापना के लिए 15,034 करोड़ रुपये के निवेश को स्वीकृति दी गई। यह कदम अगले पाँच वर्षों में 75,000 नई मेडिकल सीटें सृजित करने के लक्ष्य का हिस्सा है।

मुख्य तथ्य:

  • स्वीकृति: 5,000 स्नातकोत्तर (PG) और 5,023 स्नातक (UG) सीटें मौजूदा सरकारी कॉलेजों व अस्पतालों में 2028-29 तक जोड़ी जाएंगी।
  • निवेश: कुल 15,034 करोड़ रुपये में से 68.5% (10,303.20 करोड़) केंद्र सरकार तथा 4,731.30 करोड़ रुपये राज्य वहन करेंगे।
  • लागत: प्रति सीट औसतन 1.5 करोड़ रुपये का निवेश।
  • सीट वृद्धि: मेडिकल कॉलेजों की संख्या 2013-14 की 387 से 2025-26 में दोगुनी होकर 808 हो गई। इसी अवधि में UG सीटें 141% और PG सीटें 144% बढ़ीं।
  • नियामक सुधार: जुलाई 2025 में NMC ने नए Medical Institution (Qualifications of Faculty) Regulations, 2025 जारी किए, जिससे गैर-शिक्षण सरकारी अस्पतालों को शिक्षण संस्थान का दर्जा और अनुभवी विशेषज्ञों को बिना अनिवार्य रेजीडेंसी सीधा प्राध्यापक बनने की अनुमति दी गई।
  • अपेक्षित प्रभाव : ग्रामीण, आदिवासी और कठिन क्षेत्रों में डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ेगी, युवाओं को अधिक शिक्षा अवसर मिलेंगे, नए रोजगार (डॉक्टर, फैकल्टी, पैरा-स्टाफ) सृजित होंगे और भारत सस्ती चिकित्सा सेवाओं का वैश्विक केंद्र बन सकेगा।