IMF का 2025 में वैश्विक आर्थिक वृद्धि में 3% का अनुमान
- 10 Oct 2025
9 अक्टूबर, 2025 को IMF की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टालिना जॉर्जीएवा ने घोषणा की कि मौजूदा वर्ष में वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए 3% वृद्धि का अनुमान है। यह दर पिछले पूर्वानुमानों (2.8%) से थोड़ी ऊँची है, जो अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के नए टैरिफ और अन्य वैश्विक झटकों के बावजूद “हैरान कर देने वाली मजबूती” का संकेत देती है।
मुख्य तथ्य:
- अग्रिम अनुमान: 2025 के लिए IMF का वैश्विक ग्रोथ अनुमान 3%, 2026 के लिए 3.1% ।
- मूल कारण: अमेरिका सहित कई देशों में ट्रेड टैरिफ के आगे बढ़ने के कारण कंपनियों ने अग्रिम आयात किया (“front-loading”), कमजोर अमेरिकी डॉलर, नरम वित्तीय हालात और कुछ देशों में राजकोषीय विस्तार।
- जोखिम: भविष्य के लिए IMF ने गंभीर अनिश्चितताओं व झटकों की संभावना जताई—ऊँचे टैरिफ, जियोपॉलिटिकल तनाव, फाइनेंशियल मार्केट की अस्थिरता और निवेश में सुस्ती।
- इन्फ्लेशन: वैश्विक मुद्रास्फीति 2025 में घटकर 4.2% और 2026 में 3.6% होने का अनुमान है, लेकिन यूएस में टार्गेट से ऊपर बनी रहेगी।
- फोकस: नीतिगत स्थिरता, व्यापार वार्ता में ब्रेकथ्रू, संरचनात्मक सुधार, और वयोवृद्ध आबादी की चुनौतियों के लिए दीर्घकालीन नीति जरूरी।
- भारत की स्थिति: भारत की अनुमानित वृद्धि दर (IMF: 6.2% - 2025) वैश्विक औसत व प्रमुख प्रतिस्पर्धी देशों (चीन: 4.0% - 2025) से कहीं अधिक है—भारत सबसे तेज़ विकसित होती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
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