भारत ने COP30 में अपनी जलवायु प्रतिबद्धता की पुन: पुष्टि की
- 08 Nov 2025
7 नवंबर, 2025 को ब्राजील के बेलेम में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन (COP30) में भारत के ब्राजील में राजदूत दिनेश भाटिया ने भारत की जलवायु प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने बताया कि भारत सभी देशों के साथ मिलकर टिकाऊ, समावेशी, निष्पक्ष और न्यायसंगत संक्रमण के लिए प्रयासरत है।
मुख्य तथ्य:
- उत्सर्जन में कमी: भारत ने 2005-2020 के बीच अपनी GDP की उत्सर्जन तीव्रता में 36% की कमी की है और यह प्रवृत्ति निरंतर जारी है।
- गैर-जीवाश्म ऊर्जा: देश की कुल स्थापित क्षमता में गैर-फॉसिल ऊर्जा का हिस्सा अब 50% से अधिक है; यह लक्ष्य निर्धारित समय से 5 वर्ष पहले प्राप्त किया गया।
- वन क्षेत्र: भारत ने अपने वन और वृक्ष क्षेत्र को बढ़ाया है, जो अब कुल भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है।
- नवीकरणीय ऊर्जा: लगभग 200 गीगावॉट की नवीकरणीय ऊर्जा के साथ भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक बन चुका है; सौर, पवन, ग्रीन हाइड्रोजन और बायोफ्यूल में भी महत्वाकांक्षी योजनाएँ चल रही हैं।
- जलवायु वित्त: उन्होंने कहा कि विकासशील देशों के लिए सस्ती फाइनेंस, तकनीक और क्षमता निर्माण आवश्यक है; “इक्विटेबल, प्रिडिक्टेबल और कंसेशनल क्लाइमेट फाइनेंस” वैश्विक लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए आधार है।
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