भारत-नेपाल सांस्कृतिक महोत्सव की तीसरी कड़ी लुम्बिनी में आरंभ
- 09 Dec 2025
8 दिसंबर, 2025 को काठमांडू में भारत दूतावास, ICCR एवं लुम्बिनी बौद्ध विश्वविद्यालय द्वारा लुम्बिनी में तीसरा भारत-नेपाल सांस्कृतिक महोत्सव आरंभ हुआ।
मुख्य तथ्य:
- साझा विरासत: लुम्बिनी बुद्ध जन्मस्थली एवं भारत-नेपाल सभ्यतात्मक एकता का प्रतीक; बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर से आध्यात्मिक विस्तार।
- शैक्षणिक संगोष्ठी: साझा बौद्ध विरासत पर विमर्श, जो मैत्री, शांति, करुणा एवं धर्म की बौद्ध दर्शन पर आधारित मित्रता का आधार स्तंभ।
- लुम्बिनी बौद्ध विश्वविद्यालय: प्रोफेसर टीका राम आचार्य ने कहा कि संगोष्ठी दोनों राष्ट्रों के मध्य विद्वत् आदान-प्रदान का पुल।
- दिल्ली विश्वविद्यालय: प्रोफेसर शुभ्रा बरुआ पावगढ़ी ने बौद्ध दर्शन को वैश्विक शांति का उपहार बताया।
- ऐतिहासिक संदर्भ: सम्राट अशोक का 249 ई.पू. तीर्थयात्रा बुद्ध अवशेष स्थलों पर प्राचीन सीमा-पार कूटनीति दर्शाती है।
- लुम्बिनी: यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल एवं भगवान बुद्ध का जन्मस्थान (563 ई.पू.), जो भारत-नेपाल सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। यह बौद्ध तीर्थस्थलों का चक्र पूरा करता है- महाबोधि (ज्ञान), धम्मचक्र (प्रचार), कुशीनगर (महापरिनिर्वाण)। सांस्कृतिक महोत्सव जन-जन संपर्क एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देते हैं।
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