आदित्य-L1 ने 2024 के सौर तूफान की असामान्यता उजागर की

  • 10 Dec 2025

9 दिसंबर, 2025 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने घोषणा की कि आदित्य-L1 ने 6 अमेरिकी उपग्रहों के साथ मिलकर मई 2024 के 'गैनन तूफान' के असामान्य व्यवहार का रहस्य उजागर किया।

मुख्य तथ्य:

  • सौर तूफान संरचना: सूर्य से कोरोनल मास इजेक्शन (CME) के रूप में विशाल गर्म गैस एवं चुंबकीय ऊर्जा के बुलबुले।
  • पृथ्वी पर प्रभाव: पृथ्वी के चुंबकीय कवच को हिलाते हुए उपग्रह, संचार, जीपीएस एवं बिजली ग्रिड को नुकसान।
  • असामान्य व्यवहार: दो CME आपस में टकराए एवं दृढ़ता से संपीड़ित हुए, जिससे एक के अंदर चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ टूटीं एवं पुनः जुड़ीं (चुंबकीय पुनर्संयोजन)।
  • प्रभाव: चुंबकीय क्षेत्र की अचानक उल्टी दिशा ने तूफान को अपेक्षा से अधिक शक्तिशाली बनाया।
  • आदित्य-L1 भूमिका: 6 अमेरिकी उपग्रहों (NASA Wind, ACE, THEMIS-C, STEREO-A, MMS, DSCOVR) के साथ चुंबकीय क्षेत्र मापन; पुनर्संयोजन क्षेत्र 1.3 मिलियन किमी (पृथ्वी से 100 गुना बड़ा) का मैपिंग।
  • कोरोनल मास इजेक्शन (CME): सूर्य के कोरोना से विस्फोटित प्लाज्मा एवं चुंबकीय क्षेत्र का विशाल बादल, जो अंतरिक्ष मौसम प्रभावित करता है। चुंबकीय पुनर्संयोजन CME के अंदर चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं का टूटना एवं पुनर्जोड़ना है, जो ऊर्जा मुक्ति करता है।