द्वितीय WHO ग्लोबल समिट ऑन ट्रेडिशनल मेडिसिन

  • 10 Dec 2025

9 दिसंबर, 2025 को आयुष मंत्रालय द्वारा आयोजित कर्टन राइज़र कार्यक्रम में घोषणा की गई कि भारत विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के साथ मिलकर 17–19 दिसंबर 2025 के बीच नई दिल्ली में द्वितीय WHO ग्लोबल समिट ऑन ट्रेडिशनल मेडिसिन की सह-मेजबानी करेगा।

मुख्य तथ्य:

  • सह-आयोजक: भारत सरकार एवं WHO; उद्देश्य—पारंपरिक चिकित्सा में नवाचार, साक्ष्य-आधारित प्रैक्टिस एवं भविष्य की रणनीतियों पर विचार-विमर्श।
  • WHO ग्लोबल समिट ऑन ट्रेडिशनल मेडिसिन : यहवैश्विक स्तर पर नीतिगत दिशा, शोध सहयोग, मानक-निर्धारण और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों में समावेशन के लिए उच्चस्तरीय मंच प्रदान करता है, जिसमें सदस्य देशों के मंत्री, वैज्ञानिक, शोधकर्ता एवं विशेषज्ञ भाग लेते हैं।
  • CARI, दिल्ली की भूमिका: CCRAS के अंतर्गत सेंट्रल आयुर्वेद रिसर्च इंस्टीट्यूट (CARI), दिल्ली को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आयुर्वेदिक शोध एवं क्लिनिकल प्रगति का प्रमुख स्तंभ बताया गया।
  • समिट की रूपरेखा: मंत्रिस्तरीय चर्चा, वैज्ञानिक पैनल, प्रदर्शनियाँ एवं वैश्विक ज्ञान-साझाकरण सत्र, जिनका लक्ष्य पारंपरिक चिकित्सा को विश्वभर की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों में बेहतर एकीकरण देना है।
  • एकीकृत शोध गतिविधियाँ : CARI की एकीकृत शोध गतिविधियाँ—क्लिनिकल, फंडामेंटल एवं नीति शोध—जीवनशैली एवं असंक्रामक रोगों से निपटने की क्षमता को मजबूत कर रही हैं; विशेष क्लीनिक, अनुसंधान अध्ययन एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम साक्ष्य-आधारित पारंपरिक स्वास्थ्य सेवा की राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुरूप हैं।
  • पारंपरिक चिकित्सा (Traditional Medicine) : उन औषधीय प्रणालियों एवं उपचार पद्धतियों को संदर्भित करती है जो स्थानीय ज्ञान, जड़ी-बूटी, प्रक्रियात्मक उपचार (जैसे पंचकर्म), योग, ध्यान आदि पर आधारित हैं और पीढ़ियों से समुदायों द्वारा अपनाई जाती रही हैं।