पिनाका रॉकेट का सफल परीक्षण
- 30 Dec 2025
30 दिसंबर, 2025 को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज में पिनाका लॉन्ग रेंज गाइडेड रॉकेट का सफल प्रथम उड़ान परीक्षण किया है।
मुख्य तथ्य:
- अधिकतम रेंज परीक्षण: रॉकेट का 120 किलोमीटर की अधिकतम रेंज के लिए परीक्षण किया गया है, जिसमें योजनानुसार सभी उड़ान-काल के संचालन प्रदर्शित किए गए हैं ।
- डिज़ाइन एवं विकास: यह रॉकेट आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टैब्लिशमेंट (ARDE) द्वारा हाई एनर्जी मैटेरियल्स रिसर्च लेबोरेटरी (HEMRL) के साथ मिलकर, डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट लेबोरेटरी (DRDL) और रिसर्च सेंटर इमारत (RCI) के समर्थन से डिज़ाइन किया गया है ।
तकनीकी क्षमताएँ :
- 120 किलोमीटर रेंज वाला यह वेरिएंट (LRGR-120 या Pinaka Mk-III) 300 मिलीमीटर व्यास का है, जो पहले के 214 मिलीमीटर वेरिएंट से बड़ा है, तथा 250 किलोग्राम वारहेड ले जा सकता है ।
- इसमें उन्नत मार्गदर्शन, नेविगेशन और नियंत्रण (GNC) किट शामिल है, जो रिंग लेजर गायरो-इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम (RLG-INS), मध्य-मार्ग अद्यतन और टर्मिनल सुधार के साथ 10-20 मीटर से कम सर्कुलर एरर प्रोबेबल (CEP) सटीकता देता है ।
- यह 44 सेकंड में सालवो फायर कर सकता है और 700×500 मीटर के क्षेत्र को निष्क्रिय कर सकता है।
- पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लांचर (MBRL): पिनाका (भगवान शिव के धनुष का नाम) भारत द्वारा विकसित और उत्पादित मल्टी-बैरल रॉकेट लांचर प्रणाली है, जिसे DRDO ने भारतीय सेना के लिए विकसित किया है । यह सभी मौसम में कार्य करने वाली, अप्रत्यक्ष क्षेत्र अग्नि तोपखाना हथियार प्रणाली है।
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