बैड बैंक

  • 20 Jan 2021

गैर-निष्पादित संपत्तियों (एनपीए), या डिफॉल्ट ऋणों की समस्या तथा महामारी से तनावग्रस्त क्षेत्र को देखते हुए आरबीआई गवर्नर एक 'बैड बैंक' (bad bank) स्थापित करने के प्रस्ताव के लिए सहमत हुए हैं।

महत्वपूर्ण तथ्य: बैड बैंक एक आर्थिक अवधारणा है, जिसके अंतर्गत आर्थिक संकट के समय घाटे में चल रहे बैंकों द्वारा अपनी देयताओं को एक नए बैंक को स्थानांतरित कर दिया जाता है।

  • तकनीकी रूप से, एक बैड बैंक एक परिसंपत्ति पुनर्निर्माण कंपनी (Asset Reconstruction Company- ARC) या एक परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी है, जो वाणिज्यिक बैंकों के बैड लोन (bad loans) को अपने नियंत्रण में लेती है, उनका प्रबंधन करती है और अंत में एक समय अवधि में धन की वसूली करती है।
  • बैड बैंक ऋण देने और जमा लेने की प्रक्रिया में शामिल नहीं है, लेकिन वाणिज्यिक बैंकों को अपनी बैलेंस शीट परिशोधन करने और बैड लोन समस्या के समाधान में सहायता करते हैं।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका स्थित 'मेल्लोन बैंक' (Mellon Bank) ने 1988 में पहला बैड बैंक बनाया, जिसके बाद यह अवधारणा स्वीडन, फिनलैंड, फ्रांस और जर्मनी सहित अन्य देशों में लागू की गई है।