बालासोर में स्थापित होगा देश का पहला वज्रपात अनुसंधान परीक्षण केंद्र

  • 11 Feb 2021

5 फरवरी, 2021 को भारत के मौसम विभाग (IMD) के अनुसार ओडिशा के बालासोर में देश का पहला वज्रपात अनुसंधान परीक्षण केंद्र (Country's first thunderstorm research testbed) होगा।

उद्देश्य: आकाशीय बिजली गिरने से होने वाले जानमाल के नुकसान को रोकना।

महत्वपूर्ण तथ्य: पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, भारत के मौसम विभाग, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के बीच सहयोग से वज्रपात अनुसंधान परीक्षण केंद्र स्थापित किया जाएगा।

  • यह पहला अनुसंधान परीक्षण केंद्र बिजली और गरज के साथ आने वाले तूफानों का अध्ययन करेगा। ज्ञात हो कि IMD, ISRO तथा DRDO की बालासोर में इकाइयां पहले से ही हैं।
  • ज्ञात हो कि ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में हर साल अप्रैल और जून के बीच आकाशीय बिजली गिरने के कारण कई लोगों की जान चली जाती है।
  • ओडिशा में हर साल औसतन 350 से अधिक लोगों की मौत आकाशीय बिजली गिरने के कारण होती है। 2019-20 तक, बीते नौ वर्ष में ओडिशा में आकाशीय बिजली गिरने से 3,218 लोगों की जान चली गई है।
  • इसके अलावा भोपाल के पास अपनी तरह का पहला ‘मानसून परीक्षण केंद्र’ स्थापित करने की भी योजना है। दोनों ही परियोजनाएं योजना स्तर (planning stage) पर हैं और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाई जा रही है।
  • आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा को अक्सर भारतीय उपमहाद्वीप में चक्रवातों की सटीक भविष्यवाणी के लिए 'सायक्लोन मैन ऑफ इंडिया' (Cyclone Man of India) के नाम से भी जाना जाता है।