आईआईटी परिषद द्वारा अधिक स्वायत्तता के लिए कार्य दल का गठन

  • 23 Feb 2021

केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ की अध्यक्षता में 22 फरवरी, 2021 को ऑनलाइन माध्यम में आयोजित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों की परिषद की 54वीं बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से संबंधित मुद्दों पर विचार-विर्मश के लिए चार कार्य दलों का गठन किया गया है।

महत्वपूर्ण तथ्य: 4 कार्य दल का गठन आईआईटी परिषद की स्थायी समिति के अध्यक्ष डॉ. के. राधाकृष्णन की अनुशंसा के आधार पर इन मुद्दों के लिए किया गया।

  • समूह- 1: श्रेणीबद्ध स्वायत्ता, सशक्त और जवाबदेह निदेशक बोर्ड और निदेशक।
  • समूह- 2: आईआईटी के निदेशक पद के लिए प्रतिष्ठित शिक्षाविदों को तैयार करना।
  • समूह- 3: अकादमिक सीनेट (संस्था के लिए सर्वोच्च शैक्षणिक प्राधिकरण) का सुधार और पुनर्गठन।
  • समूह- 4: अभिनव फंडिग तंत्र।
  • इस दौरान सभी आईआईटी में प्रौद्योगिकी के उपयोग की समीक्षा करने और आईआईटी में डिजिटल उपकरणों को स्थापित करने के काम को गति देने के लिए एक कार्यबल का गठन करने की अनुशंसा की गई।
  • इस दौरान आईआईटी की जरूरत के हिसाब से कर्मचारियों की संख्या की समीक्षा करने की अनुशंसा भी की गई।
  • आईआईटी परिषद की अध्यक्षता शिक्षा मंत्री द्वारा की जाती है और इसमें सभी IIT के निदेशक और प्रत्येक IIT के निदेशक बोर्ड के अध्यक्ष शामिल होते हैं।
  • आईआईटी परिषद प्रवेश मानकों, पाठ्यक्रमों की अवधि, डिग्री और अन्य शैक्षणिक विषयों पर सलाह देने के साथ ही कैडर, भर्ती के तरीकों और सभी IIT के कर्मचारियों की सेवा शर्तों के बारे में नीति भी तैयार करता है।