केन-बेतवा लिंक परियोजना

  • 23 Mar 2021

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में 22 मार्च, 2021 को केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री और मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने ‘केन-बेतवा लिंक परियोजना’ (Ken Betwa Link Project) को लागू करने के लिए एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

महत्वपूर्ण तथ्य: यह परियोजना ‘नदियों को आपस में जोड़ने के लिए राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना’ (National Perspective Plan for interlinking of rivers) की पहली परियोजना है।

  • इस परियोजना के तहत केन नदी (मध्य प्रदेश) के पानी को बेतवा नदी (उत्तर प्रदेश) में भेजा जाएगा। ये दोनों नदियाँ यमुना नदी की सहायक नदियाँ हैं।
  • इस परियोजना में 77 मीटर ऊँचा और 2 किमी. चौड़ा दौधन बांध और 230 किमी. लंबी नहर का निर्माण शामिल है।
  • दौधन बाँध बनाकर केन और बेतवा नदी को नहर के जरिये जोड़ना, लोअर ओर्र परियोजना (Lower Orr Project), कोठा बैराज और बीना संकुल बहुउद्देश्यीय परियोजना के माध्यम से केन नदी के पानी को बेतवा नदी में पहुंचाया जायेगा।
  • परियोजना बुन्देलखंड क्षेत्र में पानी की भयंकर कमी से प्रभावित क्षेत्रों के लिए अत्यधिक लाभकारी होगी, जिसमें मध्य प्रदेश के पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, दतिया, विदिशा, शिवपुरी और रायसेन जिले तथा उत्तर प्रदेश के बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर जिले शामिल हैंI
  • अगस्त 1980 में सिंचाई मंत्रालय (अब जल शक्ति मंत्रालय) ने देश में अंतर बेसिन जल हस्तांतरण की परिकल्पना वाले जल संसाधनों के विकास के लिए एक राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना (NNP) तैयार की थी।