स्पेस हरिकेन

  • 26 Mar 2021

फरवरी 2021 में नेचर कम्युनिकेशंस में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार वैज्ञानिकों ने पहली बार एक ‘स्पेस हरिकेन’ (space hurricane) की खोज की है।

महत्वपूर्ण तथ्य: अगस्त 2014 में पृथ्वी के ऊपरी वायुमंडल में उत्तरी ध्रुव पर आठ घंटे तक यह तूफान चला।

  • वैज्ञानिकों ने रक्षा मौसम विज्ञान उपग्रह कार्यक्रम (DMSP) उपग्रहों और एक 3D मैग्नेटोस्फीयर मॉडलिंग का उपयोग करके स्पेस हरिकेन की छवि का अवलोकन किया।
  • स्पेस हरिकेन केंद्र में एक शांत 'आंख' के साथ एक कीप की तरह आकार का था, जो चक्राकार प्लाज्मा (पृथ्वी के वायुमंडल सहित, पूरे सौर मंडल में पाए जाने वाले आयनीकृत गैस) से घिरा हुआ था।
  • इस तूफान का व्यास 1,000 किलोमीटर है, जबकि ऊंचाई में यह 110 किलोमीटर से 860 किलोमीटर तक है। इसमें 2,100 मीटर प्रति सेकंड तक की गति है।
  • स्पेस हरिकेन प्लाज्मा का घूमता द्रव्यमान है, जो पानी के बजाय पृथ्वी के ऊपरी वायुमंडल में में इलेक्ट्रॉनों की बारिश करता है।
  • स्पेस हरिकेन के अध्ययन से वैज्ञानिकों को उच्च आवृत्ति रेडियो संचार में गड़बड़ी, उपग्रह नेविगेशन, और संचार प्रणालियों में गड़बड़ी जैसे महत्वपूर्ण अंतरिक्ष मौसम प्रभावों को समझने में मदद मिलेगी।
  • खगोलविदों ने मंगल, शनि और बृहस्पति ग्रह पर स्पेस हरिकेन दर्ज किये हैं, जो निचले वायुमंडल में स्थलीय तूफान के समान हैं।