भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान

  • 06 Aug 2021

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 4 अगस्त, 2021 को अनुसंधान में आपसी सहयोग के लिए ‘भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान’ (Indian Institute of Space science and Technology- IIST) और डफ्ट यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, नीदरलैंड के बीच हस्ताक्षरित सहमति पत्र को मंजूरी दी।

  • भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (IIST), यूजीसी अधिनियम 1956 की धारा 3 के तहत अंतरिक्ष विज्ञान के अध्ययन और अनुसंधान के लिए एक मानद विश्वविद्यालय है। यह तिरुवनंतपुरम, केरल में स्थित है।
  • IIST अंतरिक्ष विभाग, भारत सरकार के तहत एक स्वायत्त निकाय के रूप में कार्य करता है।
  • भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के लिए उच्च गुणवत्ता वाली मानव शक्ति की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए इस संस्थान की स्थापना की गई। इसका उद्घाटन 14 सितंबर, 2007 को इसरो (ISRO) के तत्कालीन अध्यक्ष जी माधवन नायर ने किया था।
  • यह एशिया का पहला विश्वविद्यालय है, जो पूरी तरह से बाह्य अंतरिक्ष (Outer space) के अध्ययन और अनुसंधान के लिए समर्पित है।
  • आईआईएसटी के संस्थापक निदेशक डॉ बी.एन.सुरेश ने नवंबर 2017 से संस्थान के तीसरे चांसलर के रूप में पदभार ग्रहण किया है। भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, IIST के पहले चांसलर थे।
  • IIST अंतरिक्ष विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोगों पर केंद्रित नियमित इंजीनियरिंग स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट कार्यक्रम प्रदान करता है।